परमाणु किसे कहते हैं?
परमाणु (Atom)
परमाणु किसे कहते हैं
किसी तत्व की सबसे छोटी इकाई, जो स्वतंत्र अवस्था में नहीं पायी जाती है बल्कि जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकती है, उसे परमाणु कहते हैं। Atom शब्द का मतलब अविभाज्य होता है। इस शब्द का नामकरण डॉल्टन ने किया था।
प्रोटॉन की खोज किसने की थी
इन कणो का आवेश इलेक्ट्रान के आवेश के बराबर किन्तु विपरीत थी|
इसका द्रवमान इलेक्ट्रान की अपेक्षा लगभग 2000 गुना अधिक होता है उनको प्रोटोन नाम दिया गया
प्रोटॉन का द्रव्यमान कितना होता है
इलेक्ट्रान का द्रवमान नगण्य और आवेश -1
परमाणु तीन कणो से मिल कर बनते है –
डाल्टन का परमाणु सिद्धांत
डाल्टन के अनुसार परमाणु का न तो निर्माण किया जा सकता है और न विनाश। परमाणु का विभाजन भी नहीं किया जा सकता है, लेकिन आज ये सब संभव है।
थॉमसन की परमाणु संरचना
जे. जे. थॉमसन के अनुसार परमाणु एक धनावेशित गोला है, जिसमें ऋणावेशित कण इस प्रकार से व्यवस्थित रहते हैं कि पूरा परमाणु उदासीन हो जाता है।इलेक्ट्रान एक ऋणाआवेशित सूक्ष्म पार्टिकल है। जो परमाणु के अंदर और नाभिकी के बाहर बंद कक्षाओं में चक्कर लगाता है। इलेक्ट्रॉन के movement के कारण ही किसी पदार्थ में विद्युत के गुण उत्पन्न होते हैं। या यु समझे की इलेक्ट्रॉन ही विद्युत को जन्म देता है। दुनिया के सभी पदार्थ में इलेक्ट्रॉन मौजूद है। 19वीं सदी में इलेक्ट्रॉन की खोज ने हमारी पूरी दुनिया ही बदल के रख दी। आज की हमारी आधुनिक टेक्नोलॉजी इसी की देन है।
इलेक्ट्रान की खोज ज.ज थॉमसन ने की थी
परमाणु घन आवेशित गोले का बना होता है| और इलेक्ट्रान उसमे धसे होते है|
त्राणत्मक और घनात्मक आवेश परिमाण में सामान होता है इसलिए परमाणु उदाशीन होते है
रदरफोर्ड की परमाणु संरचना
रदरफोर्ड के अनुसार परमाणु का एक नाभिक (Nucleus) होता है, जिसमें परमाणु का कुल द्रव्यमान तथा कुल धनावेश केन्द्रित रहता है। ऋणावेशित कण, इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर विभिन्न कक्षाओं में घूमते रहते हैं। नाभिक का आयतन परमाणु के आयतन की अपेक्षा नगण्य होता है।
परमाणु की त्रिज्या 10-10 मीटर तथा नाभिक की त्रिज्या 10-15 मीटर के लगभग होती है।
परमाणु का नाभिक
- परमाणु का केन्द्र, जिसमें परमाणु का सम्पूर्ण द्रव्यमान तथा सम्पूर्ण धनावेश केन्द्रित रहता है, परमाणु का नाभिक कहलाता है।
- इसमें दो प्रकार के कण पाये जाते हैं- न्यूट्रॉन तथा प्रोटॉन न्यूट्रॉन आवेशहीन होता है, पर प्रोट्रॉन पर +1 इकाई धन आवेश होता है।
- प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन को मिलाकर न्यूक्लियोन (Nucleons) कहते हैं।
- सभी न्यूक्लियोन के बीच एक आकर्षण बल उत्पन्न होते हैं, जिसे नाभिकीय बल कहते हैं। इसी बल के कारण परमाणु का नाभिक में स्थायित्व होता है।
- नाभिक में होने वाले अभिक्रिया को नाभिकीय अभिक्रिया कहते हैं, जो दो प्रकार के होते हैं- नाभिकीय विखंडन तथा नाभिकीय संलयन
- हाइड्रोजन के प्रोटियम (H) समस्थानिक के नाभिक में कोई न्यूट्रॉन नहीं होता है।
कक्षा (Orbit) – परमाणु के नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉन विभिन्न वृत्तीय पथों में घूमते रहते हैं। इन वृत्तीय पथों को कक्षा या सेल (Shell) या ऊर्जा स्तर कहते हैं।
- इन्हें K, L, M, N इत्यादि से निर्देशित किया जाता है।
- किसी कक्षा में इलेक्ट्रॉन की अधिकतम संख्या 2n2 में होती है, जहाँ n कक्षा संख्या है।
जैसे
इलेक्ट्रॉन की संख्या
कक्षा | इलेक्ट्रॉन की संख्या |
K | 2 x 12 = 2 |
L | 2 x 22 = 8 |
M | 2 x 32 = 18 |
N | 2 x 42 = 32 |
- किसी परमाणु की अंतिम कक्षा में इलेक्ट्रॉन की अधिकतम संख्या 8 होती है।
- किसी परमाणु की अंतिम कक्षा के पहले वाली कक्षा को पेनल्टिमेट कक्षा (Penultimate orbit) तथा पेनेल्टिमेट कक्षा के पहले वाली कक्षा को एन्टीपेनल्टिमेट कक्षा (Antepenultimate Orbit) कहते हैं।
उपकक्षा (Sub-orbit) – एक कक्षा के विभिन्न भाग होते हैं। इन भागों को उपकक्षा कहते हैं। इन्हें s.p.d.f इत्यादि द्वारा सूचित किया जाता है।
- K- कक्षा में एक उपकक्षा होता है-
- L- कक्षा में दो उपकक्षा होते हैं- s और p
- M- कक्षा में तीन उपक्षा होते हैं- s, p और d
- N- कक्षा में चार उपकक्षा होते हैं- s, p, d और f
इलेक्ट्रॉन की अधिकतम संख्या s-उपकक्षा में 2, p-उपकक्षा में 6,d- उपकक्षा में 10 तथा f-उपकक्षा में 14 होती है।
बोर का परमाण्विक मोडल
इलेक्ट्रान केवल कुछ निश्चित कझाओ में चक्कर लगते है|
जब इलेक्ट्रान इन कझाओ में चक्कर लगता है तो इसका विकिरण नहीं होता है|
न्यूट्रॉन क्या है- Neutron in Hindi
1932 जेम्स चैडविक ने न्यूट्रॉन की खोज की।
प्राणु (प्रोटॉन) एक धनात्मक विध्युत आवेशयुक्त मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन के साथ पाया जाता हैं।
न्यूट्रॉन पर कोई विद्युत आवेश नहीं होता है।
विखंडन, परमाणु को गतिज ऊर्जा (विखंडन उत्पादों के रूप में ज्ञात) के साथ दो या दो से अधिक छोटे नाभिक में विभाजित करता है और गामा विकिरण और मुक्त न्यूट्रॉन को भी छोड़ता है।न्यूट्रॉन एक subatomic particle है। जो परमाणु के नाभिक में प्रोटोन के साथ स्थित रहता है इस पर कोई आवेश नहीं होता। शायद यही कारण है कि यह बिना रोक-टोक के परमाणु के अंदर कहीं भी आ जा सकता है। इसी कण के फलस्वरुप वैज्ञानिको ने परमाणुओं को विखंडित करने में सफलता हासिल की।